Pratidin Ek Kavita

कविताएं | नरेश सक्सेना

जैसे चिड़ियों की उड़ान में 
शामिल होते हैं पेड़ 
क्या कविताएँ होंगी मुसीबत में हमारे साथ?
जैसे युद्ध में काम आए 
सैनिक की वर्दी और शस्त्रों के साथ 
खून में डूबी मिलती है उसके बच्चे की तस्वीर 
क्या कोई पंक्ति डूबेगी खून में?
जैसे चिड़ियों की उड़ान में शामिल होते हैं पेड़ 
मुसीबत के वक्त कौन सी कविताएँ होंगी हमारे साथ 
लड़ाई के लिए उठे हाथों में 
कौन से शब्द होंगे?

What is Pratidin Ek Kavita?

कवितायेँ जहाँ जी चाहे वहाँ रहती हैं- कभी नीले आसमान में, कभी बंद खिड़कियों वाली संकरी गली में, कभी पंछियों के रंगीन परों पर उड़ती हैं कविताएँ, तो कभी सड़क के पत्थरों के बीच यूँ ही उग आती हैं। कविता के अलग अलग रूपों को समर्पित है, हमारी पॉडकास्ट शृंखला - प्रतिदिन एक कविता। कीजिये एक नई कविता के साथ अपने हर दिन की शुरुआत।