Pratidin Ek Kavita

उम्र -  हेमंत देवलेकर 

तुम कितने साल की हो
डिंबू ?
"तीन साल की”
"और तुम्हारी मम्मी ?"
"तीन साल की"
"और पापा?"
"तीन साल"
अचानक मुझे यह दुनिया
कच्चे टमाटर सी लगी
महज़ तीन साल पुरानी

What is Pratidin Ek Kavita?

कवितायेँ जहाँ जी चाहे वहाँ रहती हैं- कभी नीले आसमान में, कभी बंद खिड़कियों वाली संकरी गली में, कभी पंछियों के रंगीन परों पर उड़ती हैं कविताएँ, तो कभी सड़क के पत्थरों के बीच यूँ ही उग आती हैं। कविता के अलग अलग रूपों को समर्पित है, हमारी पॉडकास्ट शृंखला - प्रतिदिन एक कविता। कीजिये एक नई कविता के साथ अपने हर दिन की शुरुआत।

उम्र - हेमंत देवलेकर

तुम कितने साल की हो
डिंबू ?
"तीन साल की”
"और तुम्हारी मम्मी ?"
"तीन साल की"
"और पापा?"
"तीन साल"
अचानक मुझे यह दुनिया
कच्चे टमाटर सी लगी
महज़ तीन साल पुरानी