Pratidin Ek Kavita

उम्मीद की चिट्ठी | नीलम भट्ट 

उदासी भरे हताश दिनों में
कहीं दूर खुशियों भरे देस से
मेरी दहलीज़ तक पहुंचे कोई चिट्ठी 
उम्मीद की कलम से लिखी
स्नेह भरे दिलासे से सराबोर...
मौत की ख़बरों के बीच
बीमारी की दहशत से डरे समय में
जिंदगी की जीत का यक़ीन दिलाती
बताती कि शक भरे माहौल में
अपनेपन का भरोसा ज़िंदा है अभी!

What is Pratidin Ek Kavita?

कवितायेँ जहाँ जी चाहे वहाँ रहती हैं- कभी नीले आसमान में, कभी बंद खिड़कियों वाली संकरी गली में, कभी पंछियों के रंगीन परों पर उड़ती हैं कविताएँ, तो कभी सड़क के पत्थरों के बीच यूँ ही उग आती हैं। कविता के अलग अलग रूपों को समर्पित है, हमारी पॉडकास्ट शृंखला - प्रतिदिन एक कविता। कीजिये एक नई कविता के साथ अपने हर दिन की शुरुआत।

उम्मीद की चिट्ठी | नीलम भट्ट

उदासी भरे हताश दिनों में
कहीं दूर खुशियों भरे देस से
मेरी दहलीज़ तक पहुंचे कोई चिट्ठी
उम्मीद की कलम से लिखी
स्नेह भरे दिलासे से सराबोर...
मौत की ख़बरों के बीच
बीमारी की दहशत से डरे समय में
जिंदगी की जीत का यक़ीन दिलाती
बताती कि शक भरे माहौल में
अपनेपन का भरोसा ज़िंदा है अभी!